मुख्य संपादक यशपाल सिंह UP FAST 24 NEWS
रिर्पोट प्रधान संपादक जितेंद्र सविता



अनुदेशिका की तबादले की खबर सुनते ही बच्चे हुए भावुक
रायबरेली।
शिक्षकों के स्कूल से गायब रहने, बच्चों की पिटाई करने व पढ़ाने से जी चुराने के तो तमाम किस्से आपने देखे व सुने होंगे। लेकिन, जनपद रायबरेली के विकास क्षेत्र दीनशाह गौरा के पूर्व माध्यमिक विद्यालय रसूलपुर धरावां में अलग ही नजारा देखने को मिला। अनुदेशिका के तबादले की सूचना पर यहां बच्चे फूट-फूट कर रोए। भावुक हुए अनुदेशिका ने बच्चों को गले लगाकर दिलासा दिया कि वह समय-समय पर उनसे मिलने आती रहेगी।
जनपद के राणा नगर निवासी अनुदेशिका मीनू शुक्ला विद्यालय में लगभग 13 वर्षों से अपने कर्तव्य के प्रति कर्तव्य वान थी। अब विभाग की ओर से उनका तबादला उच्च प्राथमिक विद्यालय राही दूतीह में कर दिया गया है। अनुदेशिका के तबादले के बारे में जैसे ही बच्चों को भनक लगी तो वह जोर-जोर से विलाप लगे। कई छात्र एक दूसरे से लिपटकर रोते रहे। अनुदेशिका ने छात्रों को अपने पास बुलाकर उन्हें गले लगाया और समझाया कि वह समय-समय पर उनसे मिलने के लिए आती रहेंगी । इस दौरान किसी छात्र ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया जो खासा चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग चर्चा कर रहे हैं कि सरकारी विद्यालयों की खामियां तो अक्सर उजागर होती रहती हैं लेकिन, अनुदेशिका व बच्चों का इस तरह का स्नेह कम मामलों में देखने को मिलता है। यह अनुदेशिका की अच्छाइयों व बच्चों के प्रति स्नेह को बयां करता है। विद्यालय परिषद के शिक्षकों ने बताया कि अनुदेशिका मीनू शुक्ला जो लगभग 13 वर्षों से बच्चों के साथ फ्रेंडली जुड़ी रहीं। आधुनिक तरीके से बच्चों को शिक्षा देने के संग खेल-खेल में पढ़ना सिखाया। यही वजह रही कि उनके तबादले की खबर सुनकर बच्चे जोर-जोर से रोने लगे। मीनू शुक्ला का कहना है कि बच्चों का स्नेह देखकर उनका गला भी रुंध आया। उन्होंने बच्चों को काफी मुश्किल से समझाया और आश्वासन दिया कि मैं समय-समय पर मिलने आती रहूंगी साथ ही साथ बच्चों को मन लगाकर पढ़ाई करने की सीख भी दी।