एडिटर इन चीफ यशपाल सिंह यूपी फास्ट 24 न्यूज़ 7522005134,9369773932
प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार को शिक्षा के क्षेत्र उठाने चाहिए अहम कदम ताकि हर वर्ष बादली जाने वाली किताबें से बच सकें छात्र-छात्राएं
नै सत्र चालू होते ही करीब मां-बाप के सर पर भारी बोझ आ गया
सूत्र –उच्च शिक्षा के नाम पर अभिभावकों से लूटी जा रही है मोटी रकम
सूत्र – उत्तर प्रदेश रायबरेली। एक गरीब स्तर के आदमी को अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम जैसी विद्यालयों में पढ़ा पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी साबित हो रहा है। वह इसलिए की निजी विद्यालयों में प्रत्येक वर्ष अपनी इच्छा अनुसार नई कक्षा प्रवेश शुल्क नई वर्दी नई किताबें तथा कॉपियां तक लेना भी स्कूल से ही या उनके कमीशन वाली दुकानों से ही लेना अनिवार्य कर दिया जाता है जिससे कि उनको विद्यालय के साथ-साथ अन्य सामग्रियों में भी कमीशन प्राप्त हो सके। जिसके चलते एक आम आदमी को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है विद्यालय से घर तक का आने जाने का किराया भी विद्यालय द्वारा ही तय किया जाता है। महंगाई तो प्रति दिन के हिसाब से बढ़ रही है पर मजदूरी करने वाले लोगों का वेतन जैसा का तैसा ही है अब सवाल यह उठता है कि इस बढ़ती महंगाई में एक गरीब इंसान अपने बच्चों को खिलाएं या उच्च शिक्षा दिलाएं। हालांकि अगर देश में एक शिक्षा हो तो देश के कई सारे गरीब मां-बाप अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाकर देश के लिए कुछ करने के लिए बना सकते हैं। क्योंकि प्रतिदिन महंगाई से और खास करके इंग्लिश मीडियम विद्यालयों में फीस के अलावा कई अन्य शुल्क जोड़ दिए जाते हैं जिससे आम आदमी को अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने में पीछे रह जाते हैं। आखिर क्या प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए या नही
रिपोर्ट ब्यूरो यूपी फास्ट 24 न्यूज़