एडिटर इन सभी यशपाल सिंह यूपी फास्ट 24 न्यूज़ 9369773932
रिपोर्ट ओमप्रकाश सिंह
बलिया।स्वामी विवेकानंद जी ने अपनी पुस्तक “कर्मयोग” में लिखा है अनासक्ति ही पूर्ण आत्म त्याग है।अगर आप उनके विचार चरितार्थ होता देखना चाहते हैं तो जयप्रकाश नारायण की धरती जयप्रकाश नगर निवासी सच्चा समाजसेवी सूर्यभान सिंह के रूप में देख सकते हैं।जो प्रतिकूल परिस्थितियों में भी जरूरत मंद लोगों की जरूरत को पूरा करने में लगे हुए हैं।पिछले कुछ दिनों से द्वाबा का चांद दियर गांव घाघरा के कहर से कराह रहा है।रोज जानमाल की क्षति हो रही है।लोगों की मौतों हो रही है।शुक्रवार को वीरेन्द्र चौधरी तो शनिवार को विनोद यादव की मौत हो गई।मौत का कारण था अचानक गांव में आया बाढ़ का पानी।दो दिन में दो मौत से पुरे गांव में मातम छा गया।इसी बीच लखनऊ में अपने पुत्र का इलाज करा रहे सूर्यभान सिंह को जब इसकी जानकारी मिली तो वे अपना दुःख भुल गए।और तुरंत दोनों परिवार को दस दस हजार रुपए की सहयोग राशि अपने लोगों के द्वारा भेजवाये।बुद्धिजीवियों,समाजसेवियों का कहना है कि संकट के घड़ी में भी दुसरों का मदद करना सूर्यभान सिंह से सीखा जा सकता है।