मुख्य संपादक यशपाल सिंह UP FAST 24 NEWS

रिर्पोट अमित कुमार
तहसील प्रशासन की नजर भूमाफियाओं पर नही पड़ती लेकिन कोई गरीब खून पसीने की कमाई से आशियाना बनाना चाहता है तो उसे गिराने में कतई देर नही लगायी जाती। मामला डलमऊ तहसील क्षेत्र के पूरे नउवन मजरे सोहवल गांव का है। जहां तीन ग्रामीणों के निर्माणाधीन आवास ढ़हा दिए गए। प्रशासन जहां आरक्षित भूमि पर निर्माण कराए जाने की बात कह रहा है वहीं ग्रामीण उसे भूमिधरी जमीन बता रहे हैं। शनिवार की दोपहर अचानक लेखपाल नम्रता सिंह, कानूनगो हनुमान सिंह के साथ नायब तहसीलदार वीरेंद्र सिंह मयपुलिस बल के साथ पहुंचे और विजय कुमार, अजय कुमार तथा सुनील प्रजापति के द्वारा किए जा रहे नवनिर्माण केा ढ़हा दिया। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम सभा में हो रहे अवैध मिट्टी खनन को लेकर ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से लेखपाल नम्रता सिंह की शिकायत की थी। इसी बात से नाराज होकर उन्होंने यह कार्यवाही की है। पीड़ितों ने बताया कि न तहसील प्रशासन द्वारा उन्हें कोई नोटिस तक नही दी गयी। विजय कुमार का कहना है कि उनका घर भूमिधरी जमीन पर बना है उसी के सामने वह कमरा बना रहे थे।दीवारे खड़ी हो गयी थी केवल छत पड़नी बाकी थी। वह मजदूरी करता है। पाई पाई जोड़कर घर बना रहा था। लेकिन लेखपाल की मनमानी से उसका आशियाना बनने से पहले ही बिखर गया।पीड़ितों ने लेखपाल पर आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले उन्होंने भूमि की नाप भी की थी।नाप करने के लिए उन्होंने रूपये भी लिए थे। इसके बाद भी उनके निर्माण को केवल इस लिए ढ़हवा दिया गया क्योंकि ग्रामीणों ने गंगा एक्सप्रेसवे के लिए लेखपाल द्वारा अवैध मिट्टी खनन कराए जाने की शिकायत डीएम से की थी। पीड़ितों ने कहा कि वह मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे।उपजिलाधिकारी राजितराम गुप्ता का कहना है कि खाद के गड्ढ़े व बंजर भूमि में अवैध निर्माण कराया जा रहा था जिसे हटवाया गया है।