एडिटर इन चीफ यशपाल सिंह यूपी फास्ट 24 न्यूज़
रिपोर्ट ओमप्रकाश सिंह
बलिया। सुरेमनपुर दियारांचल के गोपालनगर टाड़ी पर सरयू का कटान जारी है। 24 घंटे के भीतर तीन लोगों के मकान नदी में विलीन हो गए। बुधवार की शाम राजनाथ, राजनारायण व हरेंद्र का घर कटान की भेंट चढ़ गया। लगातार हो रही कटान के बावजूद सिंचाई विभाग के जिम्मेदार कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं।गोपालनगर टाड़ी कटान पीड़ितों का कहना है कि बाढ़ विभाग के अधिकारी अपनी करतूतों को छिपाने के लिये जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को कटान स्थल पर नहीं ले गये। तीन साल पहले कराए गए करोड़ों रुपये का कटानरोधी कार्य बाढ़ के एक झटके को नहीं सह पाया और ताश के पत्ते की तरह ढह गया।ग्रामीणों का कहना है कि जलशक्ति मंत्री ने जिले में 12 परियोजनाओं पर काम होने की बात कही है। लेकिन बाढ़ विभाग ने गोपालनगर के लिए कोई परियोजना बनाना जरूरी नहीं समझा। पिछले चार वर्षों के भीतर गोपालनगर टाड़ी के 60 से अधिक मकान कटान में समाहित हो चुके हैं। अधिकांश कटान पीड़ित अपना परिवार व माल-मवेशियों को लेकर जूनियर हाईस्कूल गोपालनगर बालू पर तथा पुरानी रेलवे लाइन सुरेमनपुर बंधे पर शरण लिए हैं।उधर, एसडीएम सुनील कुमार का दावा है कि कटान पीड़ित परिवारों को राहत सामग्री दी गई है। स्थिति पर नजर रखने के लिये वहां लेखपाल कैंप कर रहे हैं।
गोपालनगर टाड़ी पर पहुंचे विधायक जयप्रकाश अंचल ने कटान पीड़ित 200 लोगों के बीच तिरपाल का वितरण किया। विधायक ने सरकार पर यहां के कटान पीड़ितों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने सरकार को पत्र लिखकर तथा विधानसभा में इस मामले को उठाकर बरसात शुरू होने से पहले कटानरोधी कार्य कराने का आग्रह किया था। यदि मेरी मांग को गम्भीरता से लिया गया रहता तो दर्जनों घर कटान की भेंट चढ़ने से बच जाते।